बैलेनाइटिस क्या है? । Balanitis kya hai in Hindi
बैलेनाइटिस पुरुषों में होने वाली एक बीमारी है। इस स्थिति में पुरुष के लिंग के ऊपर वाले हिस्से यानी की लिंग के सिर पर इंफेक्शन हो जाता है। यह बीमारी युवा, वृद्ध और बच्चों हर उम्र के पुरुष को प्रभावित कर सकती है। बैलेनाइटिस से पीड़ित पुरुष के लिंग के सिर पर सूजन आ जाती है जिसके कारण दर्द, जलन और बेचैनी होती है।
बैलेनाइटिस के प्रकार। Balanitis ke prakar in Hindi
- ज़ून बैलेनाइटिस: यह बैलेनाइटिस की क्रोनिक यानी की गंभीर स्थिति होती है। यह उन मध्यम आयु के पुरुषों और खतनारहित पुरुषों को सबमसे अधिक प्रभावित करता है। इसके कारण लिंग में सूजन और ग्लैन का रंग बदरंग हो जाता है।
- सर्कुलेट बैलेनाइटिस: इस प्रकार का बैलेनाइटिस प्रतिक्रियाशील गठिया के कारण होता है। यह गठिया आपके शरीर में संक्रमण के कारण विकसित होता है। सूजन और मलिनकिरण के अलावा, सर्कुलेट बैलेनाइटिस लिंग के सिर पर छोटे घाव का कारण भी बनता है।
- स्यूडोएपिथेलियोमेटस केराटोटिक और माइकेशियस बैलेनाइटिस (पीकेएमबी): बैलेनाइटिस का यह बहुत ही दुर्लभ प्रकार है। इस स्थिति में लिंग के सिर पर पपड़ीदार मस्से या उभार दिखने लगते है। आमतौर पर यह स्थिति 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को प्रभावित करती है।
- ड्रग इरप्शन: इस प्रकार का बैलेनाइटिस दवाओं के साइड इफेक्ट के कारण होता है।
- लाइकेन प्लानस: इस प्रकार का बैलेनाइटिस त्वचा की स्थिति के कारण होता है। इसके कारण आपके शरीर के एक या अधिक हिस्सों पर दाने निकल आते हैं।
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बैलेनाइटिस के लक्षण । Balanitis Causes
बैलेनाइटिस के निम्न लक्षण हो सकते हैं:
- लिंग में खुजली होना
- जेंटल एरिया में ज्यादा पसीना आना
- पेशाब करते समय दर्द होना
- लिंग में सूजन होना
- लिंग से गाढ़ा पदार्थ निकलना
- लिंग में दर्द होना
- लिंग की त्वचा का बहुत ज्यादा सख्त होना
- लिंग में जलना होना
- लिंग के ऊपर की त्वचा चमकदार और टाइट होना
- लिंग के आस पास लालिमा होना
- लिंग के पास सूजन, खुजली और पीड़ा महसूस होना,
- लिंग से बदबूदार गंध पैदा होना
- लिंग की चमड़ी अधिक टाइट होना
- लिंग के पास की ग्रंथियों में सूजन होना
- सेक्स करने के 2-3 दिन बाद चमड़ी में दर्द, तकलीफ, खुजली होना
बैलेनाइटिस के कारण
बैलेनाइटिस के निम्न कारण हो सकते हैं:
- अंडर गारमेंट में साबुन का लगा होना
- जेंटल एरिया सफाई न करना
- साफ़ अंडरवियर का इस्तेमाल न करना
- लिंग को साफ करने के इस्तेमाल किए जाने वाले शॉप और क्लीनर
- लेटेक्स कंडोम और शुक्राणुनाशकों से एलर्जी की प्रतिक्रिया
- कुछ एंटीबायोटिक्स और दर्द निवारक दवाओं सहित कुछ दवाओं से एलर्जी की प्रतिक्रिया
- गोनोरिया और ट्राइकोमोनिएसिस जैसे यौन संचारित संक्रमण (एसटीआई)।
- त्वचा संक्रमण के कारण होने वाली खुजली
- मधुमेह और प्रतिक्रियाशील गठिया सहित कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ
- लिंग या चमड़ी के सिरे पर चोट लगना
बैलेनाइटिस ट्रीटमेंट की आवश्यकता क्यों है?
बैलेनाइटिस पुरुषों में होने वाली एक आम बीमारी है जिसे स्वच्छता का ध्यान रखकर आसानी से ठीक किया जा सकता है। हालांकि इसकी गंभीर स्थिति में इलाज की आवश्यकता हो सकती है। बैलेनाइटिस से पीड़ित रोगी को इससे संबंधित कोई भी लक्षण जैसे लिंग में सूजन, जलन या दर्द होना, लिंग से गंधयुक्त रिसाव होने स्थिति में इलाज की आवश्यकता हो सकती है। यदि बैलेनाइटिस के लक्षणों का समय पर इलाज नहीं किया गया तो यह गंभीर स्वास्थ्य स्थिति का कारण बन सकता है।
बैलेनाइटिस का समय पर इलाज न कराने पर मरीज को निम्न गंभीर बीमारी हो सकती हैं:
- बैलेनाइटिस ज़ेरोटिका ओब्लिटरन्स (BXO): इस स्थिति में लिंग के सिर की त्वचा सख्त और सफेद हो जाती है। इसके कारण मूत्रमार्ग के माध्यम से मूत्र और वीर्य के प्रवाह में बाधा हो सकती है। BXO को लाइकेन स्क्लेरोसिस के नाम से भी जानते हैं।
- फिमोसिस: लंबे समय तक सूजन रहने से आपके लिंग पर घाव हो सकते हैं, जिससे चमड़ी कड़ी हो सकती है। फिमोसिस के कारण लिंग की चमड़ी इतनी अधिक कस सकती है कि आप इसे अपने लिंग के सिर के ऊपर से पीछे नहीं खींच सकते।
नोट: बैलेनाइटिस के ऐसे दुर्लभ मामले मिले हैं जिनमें अधिक समय तक लिंग की सूजन के कारण पैनाइल कैंसर होता है।
बैलेनाइटिस ट्रीटमेंट के लिए जाने से पहले ध्यान देने योग्य बातें!
- बैलेनाइटिस का इलाज कराने से पहले डॉक्टर अपनी बीमारी और उसके लक्षणों के बारे में सारी जानकारी दें।
- यदि आपने इसके इलाज के लिए कोई दवा या क्रीम का इस्तेमाल किया है तो इसके बारे में भी डॉक्टर जरूर बताएं।
- यदि बैलेनाइटिस की ऐसी स्थिति से पीड़ित हैं जिसमें सर्जरी की जरूरत है तो आपको इसके लिए रक्त को पतला करने वाली दवाओं का इस्तेमाल बंद करना चाहिए।
- सर्जरी कराने से कम से कम 15 दिन पहले शराब और सिगरेट का सेवन नहीं करना चाहिए।
बैलेनाइटिस ट्रीटमेंट की प्रक्रिया
बैलेनाइटिस का उपचार उसके कारणों और रोग की गंभीर स्थिति पर निर्भर करता है। इसके उपचार में निम्न प्रक्रियाओं को शामिल किया जा सकता है:
- एंटिफंगल क्रीम: बैलेनाइटिस, यदि यीस्ट संक्रमण के कारण हुआ है, तो डॉक्टर संक्रमण के इलाज के लिए क्लोट्रिमेज़ोल जैसी एंटीफंगल क्रीम का इस्तेमाल करने का सुझाव दे सकता है।
- एंटीबायोटिक्स: यदि बैलेनाइटिस कारण यौन संचारित संक्रमण है, तो डॉक्टर एंटीबायोटिक्स दवाओं की सिफारिश कर सकता है।
- स्वच्छता और देखभाल: यदि बैलेनाइटिस शुरुआती स्टेज में है तो डॉक्टर मरीज को लिंग की सफाई करने की सलाह दे सकते हैं। इससे संक्रमण कम होने लगता है और बैलेनाइटिस के लक्षण धीरे-धीरे कम होने लगते हैं।
- डायबिटीज प्रबंधन: बैलेनाइटिस से पीड़ित डायबिटीज रोगियों को डॉक्टर शुगर मेंटेन रखने की सलाह दे सकता है। इसके लिए कुछ दवाएं डॉक्टर द्वारा सुझाई जा सकती हैं।
- खतना: ऐसे रोगी जो बार-बार बैलेनाइटिस के लक्षण या फिमोसिस का शिकार होते हैं, तो उन्हें डॉक्टर खतना कराने की सलाह दे सकते हैं। इस प्रक्रिया में लिंग की अतिरिक्त फोरस्किन को हटा दिया जाता है। जिससे ग्लैन यानी की लिंग के सिर पर अतिरिक्त चमड़ी नहीं रहती है और किसी भी प्रकार का संक्रमण नहीं होता है। खतना के लिए डॉक्टर ती प्रक्रियाओं का इस्तेमाल कर सकते हैं। इनमें पारंपरिक खतना, लेजर खतना और स्टैप्लर खतना प्रक्रिया शामिल है।
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