लिथोट्रिप्सी क्या है?
लिथोट्रिप्सी एक चिकित्सा प्रक्रिया है जिसका उपयोग विशिष्ट प्रकार के गुर्दे की पथरी के इलाज के लिए किया जाता है। यह एक गैर-सर्जिकल तकनीक है जो पथरी को बहुत छोटे कणों में तोड़ देती है। ये कण इतने छोटे होते हैं कि मूत्र के माध्यम से आसानी से बाहर निकल जाते हैं। लिथोट्रिप्सी 2 सेमी से कम आकार की पथरी का इलाज करने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली प्रक्रिया है। इस सर्जरी के बाद मरीज को हॉस्पिटल में एडमिट होने की आवश्यकता नहीं होती है।
लिथोट्रिप्सी की आवश्यकता क्यों है?
लिथोट्रिप्सी का प्राथमिक लाभ यह है कि यह पूरी तरह से गैर-आक्रामक है। लिथोट्रिप्सी छोटे गुर्दे की पथरी वाले रोगियों के लिए उपयुक्त है जिन्हें एक्स-रे द्वारा आसानी से देखा जा सकता है। जब गुर्दे की पथरी मूत्र पथ से गुजरने के लिए बहुत बड़ी हो जाती है, तो वे गंभीर दर्द का कारण बन सकती हैं और मूत्र के प्रवाह को भी अवरुद्ध कर सकती हैं। साथ ही कोई संक्रमण भी विकसित हो सकता है।
लिथोट्रिप्सी का मुख्य लाभ यह है कि कई रोगियों का बिना सर्जरी के गुर्दे की पथरी का इलाज किया जा सकता है। इसमें जटिलताएं बेहद कम होती हैं, अस्पताल में कम समय तक रहना पड़ता है, पैसे कम खर्च होते हैं और ठीक होने में लगने वाला समय भी कम हो जाता है।
उपचार पूरा होने के बाद, रोगी लगभग तुरंत ही चल-फिर सकता है। कई लोग एक से दो दिनों के भीतर दैनिक गतिविधियों को पूरी तरह से दोबारा शुरू कर सकते हैं। इस सर्जरी के बाद कोई विशेष आहार की आवश्यकता नहीं है। इस सर्जरी के बाद मरीज को अधिक मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है ताकि शरीर में मौजूद स्टोन्स के बाहर निकालने में मदद मिल सके। इस सर्जरी के बाद मरीज को थोड़ा दर्द महसूस हो सकता है।
लिथोट्रिप्सी सर्जिकल प्रक्रिया का इस्तेमाल सभी प्रकार की किडनी स्टोन को ठीक करने के लिए नहीं किया जाता है। यह सिर्फ छोटे आकार की किडनी स्टोन को तोड़ने में कारगर है। यह प्रक्रिया शरीर के बाहरी हिस्से से पूरी की जाती है।
क्या आप इनमें से किसी लक्षण से गुज़र रहे हैं?
लिथोट्रिप्सी के लिए जाने से पहले ध्यान देने योग्य बातें!
प्रक्रिया से पहले
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लिथोट्रिप्सी सर्जरी से पहले आपका डॉक्टर आपको प्रक्रिया के बारे में समझाएगा। इस दौरान यदि मरीज डॉक्टर से कोई सवाल पूछना चाहे तो पूछ सकता है।
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डॉक्टर आपकी मेडकिल हिस्ट्री जानने के अलावा, एक संपूर्ण शारीरिक परीक्षण भी कर सकता है। इसमें रक्त परीक्षण या अन्य नैदानिक परीक्षण शामिल हो सकते हैं।
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प्रक्रिया से पहले डॉक्टर आपको उपवास यानी कि खाली पेट रहने की सलाह दे सकते हैं। यह सलाह आपके द्वारा इस्तेमाल की गई संवेदनाहारी या बेहोश करने वाली दवा के प्रकार पर निर्भर करती है।
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यदि आप गर्भवती हैं या आपको संदेह है कि आप गर्भवती हो सकती हैं, तो इसके बारे में डॉक्टर को जरूर बताना चाहिए।
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यदि आप किसी दवा, लेटेक्स, टेप, या एनेस्थीसिया से कोई एलर्जी है तो डॉक्टर को इसके बारे में जरूर सूचित करें।
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अपने डॉक्टर को उन सभी दवाओं और हर्बल सप्लीमेंट के बारे में सूचित करें जो आप ले रहे हैं।
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यदि आप पूर्व में किसी भी प्रकार के रक्तस्राव विकार से पीड़ित रहे हैं या कोई एंटीकोआगुलेंट यानी की रक्त को पतला करने वाली दवाएं, एस्पिरिन, या अन्य दवाएं ले रहे हैं जो रक्त के थक्के को प्रभावित करती हैं तो अपने डॉक्टर को सूचित करें। प्रक्रिया से पहले इन दवाओं को बंद करना आपके लिए आवश्यक हो सकता है।
सर्जरी के दौरान
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आपको ऐसे किसी भी कपड़े, गहने, या अन्य वस्तुओं को हटाने के लिए कहा जाएगा जो प्रक्रिया में बाधा डाल सकते हैं।
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आपकी बांह या हाथ में एक अंतःशिरा (IV) लाइन डाली जाएगी।
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प्रक्रिया के दौरान स्थिर और दर्द-मुक्त रहने के लिए आपको एनेस्थीसिया दिया जा सकता है।
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गुर्दे की पथरी को तोड़ने के लिए शॉक तरंगों का एक क्रम बनाया जाएगा।
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प्रक्रिया के दौरान फ्लोरोस्कोपी या अल्ट्रासाउंड द्वारा पथरी की निगरानी की जाएगी।
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स्टोन्स के टुकड़े को बाहर निकालने में मदद के लिए मूत्रवाहिनी में एक स्टेंट लगाया जा सकता है।
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एक बार जब पत्थर के टुकड़े मूत्र प्रणाली से गुजरने के लिए पर्याप्त छोटे हो जाएंगे, तो प्रक्रिया समाप्त हो जाएगी।
सर्जरी के के बाद
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सर्जरी के बाद आपको अवलोकन के लिए रिकवरी रूम में ले जाया जाएगा। इसके बाद एक बार जब आपका रक्तचाप, नाड़ी और सांस स्थिर हो जाएगी और आप सतर्क हो जाएंगे, तो अस्पताल से छुट्टी दे दी जाएगी।
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सर्जरी के बाद आप अपने सामान्य आहार को जारी रख सकते हैं।
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आपको मूत्र को पतला करने और पथरी के टुकड़े को बाहर निकालने के लिए अधिक मात्रा में पानी पीने की सलाह दी जाती है।
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सर्जरी के कुछ दिनों बाद तक यूरिन में ब्लड आ सकता है। यह कुछ दिनों के बाद अपने आप ही बंद हो जाता है।
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सर्जरी के बाद आपको दर्द हो सकता है। जिसके लिए डॉक्टर आपको दर्दनिवारक दवाएं से सकते हैं।
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प्रक्रिया के बाद आपको एंटीबायोटिक्स दी जा सकती हैं। इन्हें डॉक्टर के अनुसार ही इस्तेमाल करना है।
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सर्जरी के बाद बुखार या ठंड लगना, पेशाब के साथ जलन होना, मूत्र की आवृत्ति और पीठ के निचले हिस्से में अत्यधिक दर्द हो सकता है। इस स्थिति में आपको तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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