भेंगापन क्या होता है ?
भेंगापन एक ऐसी स्थिति है, जिसमें आपकी दोनों आंखें किसी एक वस्तु पर एक साथ ध्यान केंद्रित नहीं कर पाती हैं। यदि आपको भी यह समस्या है और आपकी आंखें अलग-अलग दिशाओं में देखती हैं और जिसके कारण आँखें अलग-अलग वस्तुओं पर ध्यान केंद्रित करती हैं जिसे आँखों का भेंगापन कहा जाता हैं।
आम तौर पर, प्रत्येक आँख से जुडी मासपेशियां एक ही दिशा में दोनों आँखों को एक साथ ले जाने के लिए मिलकर काम करती हैं। भेंगापन तब होता है जब आँखों की मासपेशियां आँखों की गतिविधयों को नियंत्रित करने के लिए ठीक से काम नहीं कर पाती हैं। जब यह मासपेशियां ठीक से काम नहीं कर पाती हैं, तो ऐसी स्थिति में दोनों आँखें एक साथ काम नहीं कर पाती हैं और मस्तिष्क दोनों आँखों से देखी गई अलग-अलग वस्तुओं को समझ नहीं पाता है।
यह समस्या अधिकतर बच्चों में देखने को मिलती है, लेकिन भेंगेपन की समस्या बड़ी उम्र के लोगों को भी हो सकती है। बच्चों और वयस्कों में भेंगापन विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य स्थितियों के बिगड़ने के कारण हो सकता है, जैसे कि मस्तिष्क पक्षाघात या ब्रेन स्ट्रोक।
भैंगापन के प्रकार:
आंख की स्थिति और आकर के आधार पर भैंगेपन की समस्या निम्न प्रकार की होती हैं जैसे :-
- हाइपरट्रोपिया: हाइपरट्रोपिया जब आंख उपर की ओर मुड़ जाती है।
- हाइपोट्रोपिया: हाइपोट्रोपिया जब आंख नीचे की ओर मुड़ जाती है।
- एसोट्रोपिया: एसोट्रोपिया जब आंख अंदर की ओर चली जाती है।
- एक्सोट्रोपिया: एक्सोट्रोपिया जब आंख बाहर की ओर चली जाती है।
आँखों के भेंगापन का ऑपरेशन जरूरत क्यों पड़ती है?
आँखों के भेंगापन का मेडिकल शब्द "स्ट्राबिज्मस" होता है, जिसे आमतौर पर "क्रॉस आई" या "आँखों का तिरछापन" के नाम से भी जाना जाता है। यह एक आँखों की समस्या है जिसमें दोनों आँखों की दिशा अलग-अलग होती है, जिसके कारण व्यक्ति को दूसरी दिशा की ओर देखने में कठिनाई होती है।
कुछ मुख्य कारण हो सकते हैं जिनकी वजह से आँखों का भेंगापन होता है:
- मांसपेशियों की असंतुलन: आँखों के चारों ओर मांसपेशियों के असंतुलन के कारण भी स्ट्राबिज्मस हो सकता है।
- नसों की समस्याएँ: आँखों के नसों में किसी भी प्रकार की समस्या, जैसे कि सुइचना (स्कर) या नसों की अव्यवस्था, स्ट्राबिज्मस का कारण बन सकती है।
- नेत्रों के न्यूरोलॉजिकल कारण: कई बार नेत्रों के न्यूरोलॉजिकल कारण भी नेत्र स्क्विंट का कारण बन सकते हैं।
- आंतरिक बीमारियाँ: कुछ आंतरिक बीमारियाँ भी नेत्र स्क्विंट को प्रेरित कर सकती हैं।
भेंगापन का ऑपरेशन की आवश्यकता तब होती है जब स्ट्राबिज्मस की गंभीरता बढ़ती है और यह व्यक्ति के दैनिक जीवन में परेशानी पैदा करता है, जैसे कि दूसरी दिशा की ओर देखने में कठिनाई, दर्द, आंखों की थकान आदि। ऑपरेशन के माध्यम से, आँखों की मांसपेशियों को संभाला जा सकता है और आँखों का भेंगापन दूर किया जा सकता है।
यह आपके आँखों की स्थिति और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करेगा कि क्या आपको स्ट्राबिज्मस का ऑपरेशन करवाने की आवश्यकता है या नहीं।
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आँख का भेंगापन का ऑपरेशन कराने से पहले ध्यान देने योग्य बातें!
आँख के भेंगापन के ऑपरेशन कराने से पहले आपको कुछ महत्वपूर्ण बातों का ध्यान देना आवश्यक होता है। ये बातें आपकी स्थिति को समझने, विचार करने और फैसला लेने में मदद करेंगी:
- अनुभवी डॉक्टर से सलाह: सबसे पहले और सबसे महत्वपूर्ण बात, आपको एक प्रोफेशनल ऑप्थाल्मोलॉजिस्ट या नेत्र रोग विशेषज्ञ से परामर्श लेना चाहिए। वे आपकी आँख के भेंगापन के कारण को निर्धारित करेंगे और आपको सही सलाह देंगे।
- मानसिक रूप से तैयारी: आपके ऑपरेशन से पहले, आपको मानसिक रूप से तैयार रहना चाहिए। यह एक बड़ा प्रक्रिया हो सकता है और ऑपरेशन के बाद आपको स्थिति को स्वीकारने की आवश्यकता हो सकती है।
- डॉक्टर से सवाल करें: आपके डॉक्टर से आपकी स्थिति, ऑपरेशन के विकल्प और उनके फायदे-नुकसान के बारे में खुलकर बातचीत करनी चाहिए।
- जांच और टेस्ट: डॉक्टर की सलाह के आधार पर, आपको आवश्यक जांच और टेस्ट करवाने के लिए कह सकते हैं। इससे आपकी स्थिति को समझने में मदद मिलेगी।
- ऑपरेशन का विकल्प : आपके डॉक्टर आपको विभिन्न ऑपरेशन विकल्पों के बारे में बताएंगे। आपको इन विकल्पों की समझना और उनके फायदों और नुकसानों को विचारना चाहिए।
- आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियाँ: आपकी व्यक्तिगत परिस्थितियाँ और स्वास्थ्य स्थिति आपके ऑपरेशन के परिणामों को प्रभावित कर सकती हैं।
- रिस्क और फायदे: आपके ऑपरेशन के साथ होने वाले रिस्क और उसके अपेक्षित लाभ को समझना महत्वपूर्ण है।
- ऑपरेशन की प्रक्रिया: आपको ऑपरेशन की पूरी प्रक्रिया के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए, जैसे कि कैसे आपकी स्थिति को सुधारने के लिए काम किया जाएगा, ऑपरेशन की समयांतरा, और आवश्यक जांच और तैयारी आदि।
- आपके सवाल और चिंताएं: यदि आपके मन में कोई सवाल या चिंताएं हैं, तो उन्हें खुलकर अपने डॉक्टर से साझा करना चाहिए।
आपके आँख के भेंगापन के मामले में, एक विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श करके आपके लिए सबसे उपयुक्त और सुरक्षित दिशा निर्देशित करने की सलाह दी जाती है।
भेंगेपन के जोखिम एवं जटिलताएँ
आपको भेंगापन होने की अधिक संभावना है, यदि -
- आपके परिवार के सदस्यों को भेंगापन है।
- आपको मस्तिष्क विकार या ब्रेन ट्यूमर है।
- आपको स्ट्रोक या मस्तिष्क की चोट का अनुभव हुआ है।
- आपकी दूर की नज़र कमज़ोर है या दृष्टि की हानि है। (और पढ़ें - आँखों की रौशनी बढ़ाने के उपाय)
- आपका रेटिना क्षतिग्रस्त है।
- आपको शुगर की बीमारी है।
भेंगापन का निदान
आँखों की रोशनी को खोने से बचाने के लिए भेंगेपन का शीघ्र निदान और उपचार महत्वपूर्ण है। यदि आपमें भेंगेपन के लक्षण विकसित हो रहे हैं, तो इसे तुरंत आँखों के चिकित्सक को दिखाएँ। वे आपकी आँखों के स्वास्थ्य की जांच करने के लिए परीक्षण करेंगे।
इसमें निम्नलिखित परीक्षण शामिल हो सकता है -
- भेंगेपन की जांच करने के लिए कॉर्नियल लाइट रिफ्लेक्स टेस्ट (Corneal light reflex)।
- दूरी से पढ़ने की क्षमता की जाँच करने के लिए विज़ुअल एक्युइटी टेस्ट (Visual acuity test)।
- आँखों की गतिविधिओं और विचलन को मापने के लिए कवर/अनकवर टेस्ट (Cover/uncover test)।
- आंखों के पीछे के हिस्से की जांच करने के लिए रेटिना टेस्ट (Retina test)।
- अगर आपको आँखों की समस्या के साथ अन्य शारीरिक लक्षण भी हैं, तो आपके चिकित्सक अन्य स्थितियों के लिए आपके मस्तिष्क और तंत्रिका तंत्र की जांच कर सकते हैं। उदाहरण के लिए, वे मस्तिष्क पक्षाघात या गुइलैन-बैर सिंड्रोम की जांच के लिए आपके परीक्षण कर सकते हैं।
- नवजात शिशुओं में भेंगापन सामान्य है। यदि आपके बच्चे का भेंगापन 3 महीने से अधिक रहता है, तो अपने डॉक्टर से बात करें।
- छोटे बच्चों का 3 साल से पहले आँख का परीक्षण होना चाहिए।
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