थायराइड का इलाज करवाना क्यों आवश्यक है?
अगर मरीज एंटीथायराइड दवाओं का सेवन कर रहे हैं और इन दवाइयों से मरीज को आराम नहीं मिल रहा है, या फिर अगर कोई महिला गर्भवती हैं, तो ऐसे में थाइराइड का ऑपरेशन (थायरॉइडेक्टॉमी) की ज़रूरत पड़ सकती है। थायराइड ग्रंथि को कितनी मात्रा में निकालना है यह थायराइड ग्रंथि के संक्रमण पर निर्भर करता है।
आपको बता दें कि इन स्तिथियों में थायराइड का ऑपरेशन करवाना आवश्यक होता है:
- गले का कैंसर (Thyroid cancer): कैंसर थायराइडेक्टॉमी का सबसे आम कारण होता है। अगर आपको गले का कैंसर है तो हो सकता है कि सर्जरी में थायराइड ग्रंथि को पूरा निकाला जाए। साथ ही, दूसरे तरह के इलाज की जरूरत हो सकती है।
- थायराइड ग्रंथि का आकार बढ़ना (Goiter): थायराइड ग्रंथि के सभी या कुछ हिस्सों को सर्जरी के द्वारा हटा दिया जाता है। अगर थायराइड बहुत ज्यादा बढ़ता है जिसके कारण आपको सांस लेने में तकलीफ या खाना निगलने में तकलीफ होती है तो ऐसी स्थिति में आपकी थायराइड ग्रंथि को पूरा निकाला जा सकता है।
- ओवरएक्टिव थायरॉइड (Overactive thyroid): ओवरएक्टिव थायरॉइड एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें थायराइड ग्रंथि हार्मोन थायरोक्सिन का उत्पादन बहुत ज़्यादा करती है। अगर आपको एंटीथायराइड दवाओं से कोई समस्या है और रेडियोएक्टिव आयोडीन थेरेपी नहीं चाहते हैं, तो थायराइडेक्टॉमी सर्जरी का विकल्प सबसे बेहतर होता है।
थायराइड के इलाज पहले ध्यान देने योग्य बातें!
- अगर आप कोई भी दवा, जड़ीबूटियों या सप्लीमेंट्स ले रहे हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर को ज़रूर बताएं।
- डॉक्टर को पहले से किसी भी स्थिति के बारे में सूचित किया जाना चाहिए। अगर आपका पहले से कोई इलाज चल रहा है तो उसके बारे में भी बताएं।
- सर्जरी के दौरान और बाद में अत्यधिक रक्तस्राव को रोकने के लिए मरीज को सर्जरी से कुछ दिन पहले एस्पिरिन और वार्फरिन जैसी रक्तपतला करने वाली दवाएं लेने से रोकने के लिए कहा जा सकता है।
- हाइपरथायरायडिज्म के मामले में सर्जरी के दौरान और बाद में थायराइड हार्मोन को संतुलित रखने के लिए डॉक्टर सर्जरी से 1 से 2 हफ्ते पहले थायराइड की दवाएं या आयोडीन उपचार लिख सकते हैं।
- डॉक्टर संक्रमण को रोकने के लिए प्रक्रिया से पहले एक एंटीबायोटिक दवा लिख सकते हैं।
- सर्जरी के एक दिन पहले आधी रात के बाद मरीज को कुछ भी खानापीना नहीं चाहिए।
- सर्जरी से कम से कम 2 हफ्ते पहले मरीज को धूम्रपान करना और शराब नहीं पीना चाहिए।
- सर्जरी के बाद आपको घर वापस ले जाने के लिए किसी व्यक्ति को साथ लेकर आएं क्योंकि आप पर एनेस्थीसिया का प्रभाव रहता है।
गले में थायराइड के इलाज प्रक्रिया और विधि
गले में थायराइड के इलाज से पहले गले की जांच की जाती है|
निदान
गले में थायराइड के इलाज से पहले की जाने वाली नैदानिक प्रक्रियाएं हैं:
- ब्लड टेस्ट: ब्लड टेस्ट थायराइड विकार और थायराइड हार्मोन का निर्धारण करने में मदद करते हैं।
- इमेजिंग परीक्षण: इमेजिंग परीक्षण जैसे सीटी स्कैन, एमआरआई (MRI) स्कैन और अल्ट्रासाउंड (UltraSound) को असामान्य थायराइड बढ़ोतरी के सटीक स्थान को दिखाने के लिए किया जाता है।
- फाइन नीडल एस्पिरेशन: एक प्रकार की बायोप्सी प्रक्रिया जो यह जांचने के लिए की जाती है कि थायराइड की वृद्धि कैंसरयुक्त है या गैरकैंसरयुक्त है, फाइन नीडल एस्पिरेशन कहलाती है। टिशू के विकास में त्वचा के माध्यम से एक पतली सुई को पारित किया जाता है और उसी का एक नमूना परीक्षण के लिए लैब में भेजा जाता है।
- लैरींगोस्कोपी: मुखर डोरियों (गले में टिशू की तह जो ध्वनि पैदा करने में मदद करती हैं) की जांच लैरींगोस्कोप नामक एक उपकरण का इस्तेमाल करके की जाती है, जिसे स्वरयंत्र (वॉयस बॉक्स) और मुखर डोरियों को देखने के लिए मुंह से गले में भेजा जाता है।
थायराइड के ऑपरेशन की प्रक्रिया एवं विधियाँ
पारंपरिक थायराइडेक्टॉमी
- इस प्रक्रिया में, सर्जन गर्दन के बीच में छोटा सा चीरा लगता है।
- इस प्रक्रिया से थायरॉइड ग्रंथि तक सीधे पहुंचा जा सकता है।
- इसके बाद जरूरत के हिसाब से ग्रंथि का पूरा या कुछ हिस्सा निकाल दिया जाता है। सर्जन कोशिश करता है कि पैराथायरायड को नुकसान ना पहुंचे क्योंकि यह थायराइड ग्रंथि से जुड़ा होता है।
- थायराइड कैंसर के इलाज में लिम्फ ग्रंथियों को भी हटा दिया जाता है। थायराइड ग्रंथि को हटाने के बाद, सर्जन टांके का इस्तेमाल करके चीरा बंद कर देता है।
एंडोस्कोपिक थायराइडेक्टॉमी
- इस प्रक्रिया में गर्दन में छोटे चीरे लगाए जाते हैं।
- इन चीरों के माध्यम से कुछ सर्जिकल उपकरण और एक छोर पर एक कैमरा के साथ एक एंडोस्कोप डाला जाएगा।
- कैमरा थायराइड ग्रंथि को हटाने के दौरान सर्जन को रास्ता दिखायेगा।
- सर्जरी के बाद, टांके का इस्तेमाल करके सभी चीरों को बंद कर दिया जाता है।
रोबोटिक सर्जरी
- इस प्रक्रिया में, बगल की जगह में एक चीरा लगाया जाता है।
- सर्जरी एक कंसोल की मदद से की जाती है जिसमें एक कैमरा और विशेष उपकरण होते हैं।
- थायराइड ग्रंथि का एक हिस्सा या फिर पूरी ग्रंथि को हटा दिया जाता है।
- इसके बाद टांके की मदद से चीरा बंद कर दिया जाता है।
स्कारलेस थायराइडेक्टॉमी
- यह प्रक्रिया सर्जन द्वारा लैप्रोस्कोपी के द्वारा की जाती है।
- इस विधि में, होंठ के निचले हिस्से में तीन या चार चीरों के माध्यम से एक कैमरा और सर्जिकल उपकरण डाला जाएगा।6
- कैमरे की मदद से बिना कोई सर्जिकल निशान छोड़े थायराइड को हटा दिया जाएगा।
- इस थायराइडेक्टॉमी प्रक्रिया को पूरा होने में आमतौर पर 3 से 4 घंटे लगते हैं।
थायराइड के ऑपरेशन के बाद देखभाल कैसे करें?
- थकान या कमजोरी महसूस करने पर आराम करें। सर्जरी की रिवकरी जल्द से जल्द हो इसके लिए जरूरी है की आप अच्छी नींद लें। बेड पर लेटने के दौरान दो से तीन तकिए को गर्दन के नीचे रखें, ताकि आपकी गर्दन आपके शरीर से ऊपर की तरफ रहे।
- हर दिन थोड़ा चलने का प्रयास करें। हर दिन थोड़ी-थोड़ी दूर तक चलें। दूरी हर दिन थोड़ी-थोड़ी बढ़ाते रहें। चलने से आपके ब्लड फ्लो के स्तर में सुधार आएगा और यह आपको निमोनिया और कब्ज से भी सुरक्षित रखेगा।
- सर्जरी के बाद या जब तक आपके डॉक्टर निर्देश ना दें या कम से कम तीन हफ्ते तक भारी शारीरिक गतिविधियों और भारी वस्तुओं को ना उठाएं।
- सर्जरी के बाद कम से कम दो हफ्ते तक अपनी गर्दन को ज़्यादा इधर-उधर घुमाएं नहीं।
- ड्राइविंग करने से पहले अपने डॉक्टर से ज़रूर परामर्श जरूर लें।
- नहाने के दौरान इसका ख्याल रखें की आपकी गर्दन सूखी ही रहे। ज्यादा जानकारी के लिए अपने डॉक्टर की सलाह लें।
- अगर खाना निगलने में तकलीफ हो रही हो, तो लिक्विड, आइस पॉप और आइसक्रीम खा सकते हैं। इसके अलावा, नरम पदार्थ जैसे हलवा, दही, पके हुए फल और मैश किए हुए आलू को खाने में शामिल कर सकते हैं। कुरकरी या कठोर खाद्य पदार्थ खाने से बचें। इसके अलावा, संतरे या टमाटर के रस जैसे खट्टी चीज़ें भी ना खाएं। इससे आपके गले को नुकसान पहुंच सकता है।
- अगर पानी पीने के बाद खांसी आती है, तो स्मूदी जैसे अधिक तरल पदार्थ पीने की कोशिश करें।
- आपको अपनी दवाएं कब-कब लेनी चाहिए इसके बारे में आपने डॉक्टर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करें।
- अगर आप खून को पतला करने वाली दवाएं जैसे, वार्फरिन (कौमेडिन), क्लोपिडोग्रेल (प्लाविक्स) या एस्परिन लेते हैं तो इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करें। क्योंकि, यह आपके स्वास्थ्य को बिगाड़ सकते हैं।
थायराइड के ऑपरेशन के बाद ठीक होने में कितना समय लगता है?
थायराइड के ऑपरेशन के बाद, समय रोगी की स्वास्थ स्थिति, ऑपरेशन के प्रकार, और उपचार पर निर्भर करता है। आमतौर पर, लोग 1 सप्ताह लेकर 1 महीने के अंतर्गत अपनी सामान्य दिनचर्या पर वापस लौट सकते हैं, लेकिन पूर्ण ठीक होने में कुछ महीनों से एक साल तक का समय लग सकता है।
यहाँ तक कि थायराइड के ऑपरेशन के बाद आपको थायराइड हार्मोन्स की आवश्यकता होती है ताकि आपके शरीर का सामान्य स्थिति में आने में मदद मिले।
इसके लिए आपको डॉक्टर की सलाह का पालन करना और नियमित चेकअप करवाना जरूरी होता है। यदि आप नियमित रूप से डॉक्टर द्वारा बताए गए निर्देश फॉलो करते हैं तो आप जल्द ही स्वास्थ्य में सुधार देख सकते है।
थायराइड के ऑपरेशन के बाद क्या खाना चाहिए क्या नहीं?
थायराइडेक्टॉमी के बाद उचित आहार
प्रिस्टीन केयर के डॉक्टर के अनुसार सिर्फ डायट के जरिए थायरॉइड की समस्या को दूर नहीं किया जा सकता है। इसके साथ में दवाओं का सेवन जरूरी है। लेकिन आपकी बीमारी को नियंत्रित करने में आपकी डायट बहुत बड़ा रोल निभाती है। यहां जानें, थायरॉइड के मरीजों को किन चीजों का सेवन जरूर करना चाहिए...
- हरी फलियां खाएं: हमारे देश में हर मौसम में अलग-अलग तरह की हरी फलियां उपलब्ध रहती हैं। इनको सब्जी के रूप में उपयोग किया जाता है। थायरॉइड के मरीजों को हरी फलियों का नियमित सेवन करना चाहिए। हरी फलियां विटमिन, मिनरल्स और शरीर के लिए जरूरी सभी तरह के न्यूट्रिऐंट्स से भरपूर होती हैं। इस कारण ये थायरॉइड ग्लैंड में हॉर्मोन के संतुलन को बनाए रखने का काम बहुत सहजता से कर पाती हैं।
- आयोडाइज्ड सॉल्ट का उपयोग करें: आपको अपने भोजन में हमेशा ही आयोडीन युक्त नमक का सेवन करना चाहिए। आयोडीन शरीर में हॉर्मोनल बैलंस बनाने और रक्त के प्रवाह को बढ़ाने में मदद करता है। इससे शारीरिक और मानसिक थकान को दूर करने में सहायता मिलती है। आयोडीन का नियमित सेवन करने से आपके शरीर में थायरॉइड हॉर्मोन का उत्पादन संतुलित मात्रा में होता है और आप इस समस्या को काफी हद तक नियंत्रित करने में सफल रहते हैं।
- जिंक और सेलेनियम युक्त फूड: थायरॉइड के मरीजों को जिंक और सेलेनियम युक्त खाद्य पदार्थों का सेवन अवश्य करना चाहिए। क्योंकि ये दोनों ही तत्व थायरॉइड की समस्या को नियंत्रित करने का काम करते हैं। इनकी प्राप्ति के लिए आप योगर्ट, मौसमी फल और सब्जियों का सेवन करें। जिंक और सेलेनियम की कमी को दूर करने के लिए आपको अपनी डायट में अंडा, साबुत अनाज, दालें, राजमा, देसी चना, काबुली चना, अलसी के बीज, ओएस्टर (एक सी-फूड) जैसी चीजों को शामिल करना चाहिए।
थायराइडेक्टॉमी के बाद किन खाद्य पदार्थों से बचें
थायरॉयडेक्टॉमी के तुरंत बाद, आपको बहुत मसालेदार और गर्म खाद्य पदार्थों से बचना चाहिए। कठोर, चबाने योग्य और चिपचिपे भोजन से बचें। यहां उन सामान्य खाद्य पदार्थों की सूची दी गई है जिनसे थायरॉयडेक्टॉमी के बाद परहेज करना चाहिए:
- चपाती
- टोस्टेड ब्रेडचिप्स
- सख्त मांस
- कठोर और स्टार्चयुक्त खाद्य पदार्थ जैसे कच्ची सब्जियाँअम्लीय (खट्टे) खाद्य पदार्थ जैसे नीबू, नींबू, टमाटर, संतरा और इमली
- मसालेदार भोजन जिसमें मिर्च या काली मिर्च शामिल हो
ये कुछ ऐसे खाद्य पदार्थ हैं जिनसे आपको थायरॉयडेक्टॉमी के तुरंत बाद बचना चाहिए। इन्हें खाने से ताजा गले में जलन हो सकती है और उपचार प्रक्रिया में बाधा आ सकती है। इसलिए कुछ समय के लिए के आपको कुछ खाद्य पदार्थों से परहेज करना होगा क्योंकि आपका शरीर अब स्वाभाविक रूप से टी3 और टी4 का उत्पादन नहीं करेगा।
- ग्लूटेन कैफीन
- अति-प्रसंस्कृत भोजन
- गोइट्रोजेन्स (इसमें ब्रोकोली, पत्तागोभी और ब्रसेल्स स्प्राउट्स जैसी क्रूसिफेरस सब्जियां शामिल हैं)
- सोया (सोयाबीन, एडमैम और सोया सॉस)
- हाइड्रोजनीकृत वसा
- गहरे तले हुए खाद्य पदार्थ
- शराब
थायराइड के ऑपरेशन में कितना खर्च आता है?
प्रिस्टीन केयर में थायराइड के ऑपरेशन का खर्च लगभग 75,000 रुपये से लेकर 90,000 रुपये तक आ सकता है। थायराइड के ऑपरेशन का खर्च मरीज की स्वास्थ्य स्थिति पर निर्भर करता है और भारत के विभिन्न अस्पतालों और क्लिनिकों में थायराइड के ऑपरेशन के खर्च अलग-अलग चार्ज की जाती है।
थायराइड के ऑपरेशन के बाद डॉक्टर से कब मिलें ?
ऑपरेशन के बाद डॉक्टर से मिलना आवश्यक होता। जब आप डॉक्टर के पास जाएंगे तो वे घाव कितना ठीक हुआ है आदि की जांच करेंगे। यदि आपको टांके और ट्यूब लगाई गई है तो वे इसे हटा देंगे। आपके रक्त में थायराइड हार्मोन के स्तरों की जांच की जाएगी। साथ ही फॉस्फोरस और कैल्शियम के स्तरों की भी जांच की जाएगी ताकि पैराथायराइड ग्रंथि की कार्य प्रक्रिया को जांचा जा सके। डॉक्टर आपको अन्य अपॉइंटमेंट और ट्रीटमेंट के बारे में भी बताएंगे।
थायराइड के ऑपरेशन की जटिलताएं
हालांकि, थायराइड का ऑपरेशन काफी सुरक्षित है, लेकिन फिर भी इसमें कुछ खतरे हो सकते हैं जैसे -
- थायराइड स्टॉर्म: थायराइड हार्मोन का अधिक मात्रा में अचानक से स्त्रावित होना जब थायराइड ग्रंथि सर्जरी के कारण प्रभावित होती है तो उसमें से बड़ी मात्रा में हार्मोन निकलने लगते हैं।
- हाइपोपैराथाइरॉइडिज्म: सर्जरी के दौरान पैराथायराइड ग्रंथि को नुकसान पहुंच सकता है, जिसके कारण पैराथायराइड हार्मोन के स्तर में कमी आ सकती है और कैल्शियम के स्तर गिर सकते हैं।
- आवाज में बदलाव जो कि वोकल कॉर्ड तक आने वाली नसों के क्षतिग्रस्त होने के कारण हो सकता है।
- घाव के स्थान पर निशान बनना
- गले के घाव के नीचे ब्लीडिंग