नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के प्रकार
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी मुख्यतः दो प्रकार से की जाती है। जो नीचे दिए जा रहे हैं।
- संपूर्ण घुटना प्रतिस्थापन (Total knee replacement): संपूर्ण घुटना प्रतिस्थापन यानी की टोटल नी रिप्लेसमेंट सर्जरी घुटना प्रतिस्थापन का सबसे आम प्रकार है। इस प्रक्रिया के अंतर्गत सर्जन आपके घुटने के जोड़ के सभी तीन क्षेत्र अंदर (मध्यवर्ती), बाहर (पार्श्व) और घुटने के नीचे (पेटेलोफीमोरल) को बदल देता है।
- आंशिक घुटना प्रतिस्थापन (Partial Knee Replacement): आंशिक घुटना प्रतिस्थापन प्रक्रिया में सर्जन आपके घुटने के जोड़ के केवल कुछ क्षेत्रों को ही बदलता है। यह प्रक्रिया घुटने के दर्द के इलाज के लिए इस्तेमाल की जाने वाली सबसे आम प्रक्रिया है।
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नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता क्यों है?
निम्न परिस्थितियों में मरीज को नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है:
- घुटने के जोड़ में लगातार दर्द और बेचैनी होने पर।
- दवाओं और अन्य घरेलू उपचारों से जब घुटने का दर्द ठीक न हो रहा हो।
- चोट या हड्डी संक्रमण रोग के कारण घुटने की कटोरी क्षतिग्रस्त हो जाने पर।
- पैदल चलना या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान घुटनों में जकड़न और दर्द होने पर।
- यदि आपको घुटने के दर्द से जुड़े गंभीर लक्षण जैसे जोड़ों का दर्द, कठोरता, घुटने को हिलाने में परेशानी और सूजन है जो गैर-सर्जिकल उपचारों को आजमाने के बाद भी ठीक नहीं हो रहे हैं, तो डॉक्टर नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की सिफारिश कर सकता है।
- गठिया सबसे आम स्थिति है जिसके कारण लोगों को घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता पड़ती है। अधिकांश लोग जो घुटने के प्रतिस्थापन का चयन करते हैं, उन्हें ऑस्टियोआर्थराइटिस होता है। हालांकि रूमेटाइड गठिया के मरीजों को भी नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।
- किसी हादसे के कारण, खेल के दौरान या अन्य कारणों से यदि मरीज के घुटने की हड्डी में फ्रैक्चर होता है तो नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने की सलाह दी जा सकती है।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने से पहले ध्यान देने योग्य बातें:
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (घुटना प्रत्यारोपण) कराने से पहले आपको निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:
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सर्जरी से पहले
- नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने से पहले डॉक्टर आपका स्वास्थ्य का शरीरिक परीक्षण करेगा इससे यह पता लगाने की कोशिश करेगा की आप सर्जरी के लिए कितने तैयार हैं।
- आपका रक्त परीक्षण किया जाएगा।
- आपके हृदय स्वास्थ्य की जांच करने के लिए इलेक्ट्रोकार्डियोग्राम किया जाएगा।
- सर्जरी के बाद संक्रमण विकसित होने के जोखिम को कम करने के लिए एक कुछ परीक्षण किए जाएंगे।
- घुटने के एक्स-रे सहित इमेजिंग परीक्षण किए जाएंगे।
- एमआरआई या कंप्यूटेड टोमोग्राफी (सीटी) स्कैन भी की जा सकती है।
- सर्जरी कराने से पहले आपके द्वारा ली जा रही दवाओं की सारी जानकारी डॉक्टर को जरूर दें।
- सर्जरी वाले दिन आपको खाली पेट रहने के लिए कहा जा सकता है।
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सर्जरी के दौरान
- सर्जरी के दौरान मरीज के शरीर को सुन्न करने के लिए एनेस्थीसिया दिया जाएगा।
- इसके बाद सर्जन क्षतिग्रस्त उपास्थि और हड्डी को हटाते हैं।
- हड्डी के डैमेज पार्ट को हटाने के बाद सर्जन कृत्रिम घुटने को उसकी जगह पर स्थापित कर देते हैं।
- इसके बाद एक प्लास्टिक स्पेसर डाला जाता है जो आपके उपास्थि की छतिग्रस्त चिकनी गद्दी को दोबारा बनाता है।
- इसके बाद आवश्यकता पड़ते पर सर्जन नए कृत्रिम घुटने के जोड़ को फिट करने के लिए पटेला (घुटने की टोपी) को दोबारा आकार देता है।
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सर्जरी के बाद
- नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मरीज को कई प्रकार की सावधानियों का ध्यान रखने की आवश्यकता होती है।
- सर्जरी के बाद करीब 3 से 7 दिनों के बाद मरीज को धीरे-धीरे चलने की कोशिश करनी चाहिए।
- रोज़ाना हल्के एक्सरसाइज करना चाहिए। इससे अपने घुटने को जल्दी मूव करने में मदद मिलती है। ध्यान रहे एक्सरसाइज डॉक्टर की सलाह पर ही करनी है।
- अगर आपको सर्जरी के बाद किसी भी प्रकार की परेशानी होती है या उठने बैठने में दिक्कत आती हैं तो जल्द से जल्द अपने सर्जन से मिलें और अपनी परेशानी बताएं।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान होने वाली जांच
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी से पहले डॉक्टर निम्न प्रकार की जांच कर सकता है:
- शारीरिक परीक्षण: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी से पहले मरीज का शारीरिक परीक्षण किया जाता है। इस दौरान डॉक्टर मरीज के जोड़ों की सूजन, जोड़ों की विकृति और मांसपेशियों की क्षति के लक्षणों को बारीकी से जांचते हैं। साथ ही जोड़ की गर्मी, सूजन, तरल पदार्थ और कोमलता की जांच करने के लिए जोड़ को महसूस करते हैं। इसके अलावा, डॉक्टर जोड़ की किसी भी कठोरता की जांच के लिए घुटने को आगे-पीछे घुमाकर जोड़ की गति की सीमा की जांच करते हैं।
- रक्त परीक्षण: सूजन के स्तर या एंटीबॉडी की उपस्थिति की जांच के लिए विशेष रक्त परीक्षण किए जा सकते हैं। रक्त में रूमेटोइड कारक (आरएफ) की उपस्थिति ऑटोम्यून्यून बीमारी, विशेष रूप से रूमेटोइड गठिया की उपस्थिति का संकेत दे सकती है। सीबीसी, ब्लड ग्लूकोज, किडनी फंक्शन टेस्ट, लीवर फंक्शन टेस्ट जैसे सामान्य रक्त परीक्षण भी किए जाते हैं।
- ज्वाइंट एसप्रेशन: इस प्रक्रिया में एक सुई का उपयोग करके घुटने के जोड़ से तरल पदार्थ का एक छोटा सा नमूना एकत्र किया जाता है और आगे की जांच के लिए भेजा जाता है। यह परीक्षण जरूरत पड़ने पर चुनिंदा मरीजों में किया जाता है।
- इमेजिंग परीक्षण: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी प्रक्रिया में सबसे अधिक उपयोग किए जाने वाले इमेजिंग परीक्षण एक्स-रे हैं। इससे जोड़ों का संरचनात्मक परिवर्तन, जोड़ों के अवस्थित होने के संकेत, उपास्थि की हानि या ऊतक के फटने, सूजन, मौजूद तरल पदार्थ की मात्रा आदि को देखने में मदद मिलती है। कभी-कभी एमआरआई या सीटी स्कैन की जैसी जांच की करने की सलाह भी डॉक्टर दे सकते हैं।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की सर्जिकल प्रक्रिया और विधि
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की प्रक्रिया में लगभग 1 से 3 घंटे का समय लग सकता है। इस सर्जरी की सारी प्रक्रिया मरीज को सामान्य या स्पाइनल एनेस्थीसिया देकर की जाती है। ऑपरेशन के दौरान, सर्जन घुटने के सामने के हिस्से पर एक कट लगाता है ताकि नीकैप को बाहर निकाला जा सके। इसके बाद जोड़ के क्षतिग्रस्त हिस्सों को हटाकर घुटने को कृत्रिम स्थिति में रखते हैं।
आमतौर पर, एक विशेष हड्डी ‘सीमेंट’ और एक प्लास्टिक स्पेसर, घुटने और हड्डियों के बीच रखा जाता है जो उपास्थि के रूप में कार्य करते हैं और ऑपरेशन के दौरान घर्षण को कम करते हैं। जब नी रिप्लेसमेंट की सारी प्रक्रिया पूरी हो जाती है तो टांके या क्लिप की मदद से घाव को बंद कर दिया जाता है। नी रिप्लेसमेंट सर्जरी आमतौर पर दो प्रकार से की जाती है:
- ओपन नी रिप्लेसमेंट सर्जरी: यह एक पारंपरिक सर्जिकल प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया के जरिए नी रिप्लेसमेंट सर्जरी करते समय सर्जन एक बड़ा चीरा लगता है। इसमें ब्लीडिंग का खतरा अधिक है और रिकवरी में काफी लंबा समय लग सकता है।
- आर्थ्रोस्कोपिक नी रिप्लेसमेंट: यह सर्जरी एक मिनिमल इनवेसिव प्रक्रिया है जिसके दौरान छोटा सा कट लगता है, इसमें ब्लीडिंग का खतरा नहीं होता है और रिकवरी भी बहुत जल्दी हो जाती है। हमारे यहां पर मॉडर्न और एडवांस रोबोटिक नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद देखभाल कैसे करें?
- सर्जरी के बाद कुछ हफ्तों तक मरीज को दर्द महसूस होगा। इसके लिए डॉक्टर आपको दर्द निवारक दवाएं देंगे। उन्हें समय पर लेते रहें।
- आपको सर्जरी से ही दर्द महसूस होगा और जैसे-जैसे आपका शरीर ठीक होना शुरू होगा, आपको दर्द महसूस होगा।
- आपको कुछ हफ्तों तक बैसाखी, वॉकर या छड़ी लेकर चलना चाहिए।
- नियमित व्यायाम आपको अपनी दिनचर्या को सरल बनाने में मदद करता है। लेकिन, कोई भी व्यायाम करने से पहले अपने डॉक्टर से बात जरूर कर लें।
- अधिकांश लोगों की रिकवरी अच्छी होती है और उन्हें घूमने-फिरने में दर्द भी कम महसूस होता है। लेकिन, इसका मतलब यह भी नहीं है कि आप अपने सामान्य घुटने का इलाज कृत्रिम घुटने की तरह करें। कुछ लोगों को यह सहज नहीं लगता।
- यदि आपको सर्जरी के बाद भी कोई समस्या है, तो अपने सर्जन से मिलें। उनसे अपनी समस्या के बारे में बात करें।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मरीज को ठीक होने में कितना समय लगता है?
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मरीज को ठीक होने में औसतन छह महीने का समय लग सकता है। जबकि शारीरिक रूप से पूरी तरह से ठीक होने में एक साल का समय लग सकता है। सर्जरी के बाद स्वास्थ्य लाभ की प्रक्रिया लंबी हो सकती है।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी का खर्च
भारत में नी रिप्लेसमेंट सर्जरी का खर्च लगभग 1.80 लाख से लेकर 2.20 लाख रुपये तक हो सकता है। हालांकि यह इस इलाज की अनुमानित लागत है। घुटने की स्थिति, घुटने की गंभीरता, नी रिप्लेसमेंट सर्जरी का प्रकार, सर्जन का अनुभव, क्लिनिक या अस्पताल की विश्वसनीयता, घुटने के ऑपरेशन के बाद हॉस्पिटलाइजेशन, दवाइयों का खर्च और ऑपरेशन के बाद डॉक्टर से परामर्श जैसे कारक इसके कुछ खर्च को कम या अधिक कर सकते हैं
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी से होने वाले जोखिम और जटिलताएं
घुटने का ऑपरेशन कराने वाले मरीजों को निम्न प्रकार की जटिलताओं का सामना करना पड़ सकता है:
- रक्त के थक्के बनना।।
- सर्जिकल एरिया में इन्फेक्शन होना।
- तंत्रिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- रक्त वाहिका संबंधी समस्याएं हो सकती हैं।
- कृत्रिम अंग प्रत्यारोपण कराने वाले मरीजों को उपकरण का बहुत जल्दी खराब होने या ढीला होने की समस्या हो सकती है।
- घुटने के अंदर निशान ऊतक।
- घुटने के काम करने की गति प्रभावित हो सकती है और कठोरता भी हो सकती है।
- यदि आपको हीमोफीलिया, मधुमेह और अन्य ऑटोइम्यून विकार जैसे ल्यूपस की शिकायत है तो सर्जरी कराने से पहले इन बीमारियों के बारे में डॉक्टर को जरूर बताएं।
- सर्जरी के बाद संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है।
- घुटने के ऑपरेशन के बाद लिगामेंट क्षति हो सकती है।
- सर्जरी प्रयुक्त होने वाले हड्डी सीमेंट के कारण मरीज को एलर्जी होने की संभावना होती है।
- प्रभावित घुटने के जोड़ के आसपास की नस और धमनी को नुकसान पहुंचने की संभावना होती है।
- ऑपरेशन के बाद घुटने के जोड़ में दर्द और जकड़न बढ़ने की संभावना हो सकती है।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के फायदे
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने के निम्न फायदे हो सकते हैं:
- जीवन की गुणवत्ता में सुधार: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी यानी की घुटने की आर्थ्रोप्लास्टी एक सुरक्षित और प्रभावी प्रक्रिया है जो लोगों को उनकी गतिशीलता वापस पाने में मदद करती है। यह सर्जरी मरीज को दीर्घकालिक दर्द से राहत देती है। यह सर्जरी कराने वाले लोगों को दर्द से राहत मिल जाती है। साथ ही उनके चलने-फिरने व घुटने का उपयोग करने की क्षमता बढ़ जाती है। इस सर्जरी के बाद मरीज की जीवन की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
- घुटने का दर्द खत्म: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद घुटने का दर्द खत्म हो जाता है। अगर आपको चलते, फिरते, उठते, बैठते, दौड़ते, सोते या खड़े होते समय घुटने में दर्द होता है तो यह सर्जरी आपके लिए एक बेहतर विकल्प है। यह सर्जरी घुटने के दर्द को प्रभावी रूप से खत्म कर देती है।
- पैरों की मूवमेंट में सुधार: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी कराने के बाद मरीज के पैर पहले की तरह काम करने लगते हैं। घुटने के दर्द से होने वाली परेशानी कम हो जाती है और मरीज अपना सामान्य जीवन दोबारा जीने लगता है। हालांकि इस सर्जरी के बाद मरीज को पूरी तरह से ठीक होने में कई महीनों का समय लग सकता है।
- छोटा चीरा: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान मरीज के घुटने में एक छोटा सा चीरा लगता है जिससे ब्लीडिंग बेहद कम होती है। सर्जरी खत्म होने के बाद इस चीरे को टांकों की मदद से बंद कर दिया जाता है। हालांकि इसे ठीक होने में काफी कम समय लग सकता है।
- दर्द से राहत: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी शुरू करने से पहले हड्डी रोग विशेषज्ञ मरीज को लोकल या जनरल एनेस्थीसिया देते हैं। डॉक्टर कौन सी एनेस्थीसिया देंगे यह पूरी तरह से मरीज के स्वास्थ्य और उसकी स्थिति की गंभीरता पर निर्भर करता है। एनेस्थीसिया के कारण सर्जरी के दौरान होने वाले दर्द का खतरा खत्म हो जाता है।
- कम ब्लीडिंग: हमारे यहां पर जिस प्रक्रिया की मदद से नी रिप्लेसमेंट सर्जरी की जाती है उस प्रक्रिया के दौरान ब्लीडिंग नहीं होती है। इसके कारण मरीज अन्य प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं का शिकार होने से बच जाता है। डॉक्टरों की मानें तो सर्जरी में अधिक ब्लीडिंग होने के कारण मरीज को मरीज को रिकवरी करने में अधिक समय लग सकता है।
- कम जटिलताएं: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के दौरान छोटा चीरा लगने पर ब्लीडिंग नहीं होती है जिसके कारण मरीज को अन्य प्रकार की जटिलताओं का सामना नहीं करना पड़ता है। घुटने के दर्द के इलाज की यह सरल और सफल प्रक्रिया है।
- जल्द रिकवरी: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद मरीज की रिकवरी काफी तेजी से होती है। सर्जरी खत्म होने के कुछ घंटे बाद ही मरीज को हॉस्पिटल से छुट्टी मिल जाती है। इस सर्जरी के मात्र 2 सप्ताह बाद मरीज अपने दैनिक कार्यों को करने लगता है। हालांकि पूरी तरह से रिकवर होने में उसे करीब 3-6 महीने का समय लग सकता है।
- बेहतर रिजल्ट: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के परिणाम सकारात्मक होते हैं। सर्जरी के बाद मरीज के घुटने में होने वाला दर्द पूरी तरह से खत्म हो जाता है। मरीज को चलने-फिरने, उठने-बैठने या घुटनों को मोड़ने में किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। इस सर्जरी के बाद जोड़ों की गति सामान्य बनी रहती है और टिशूज को कम से कम नुकसान पहुंचता है।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी का ऑपरेशन के डॉक्टर के पास कब जाएं
घुटने बदलने के ऑपरेशन के बाद यदि आपको घुटने दर्द के कारण निम्नलिखित लक्षणों में से कोई भी लक्षण अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं:
- घुटने के जोड़ में लगातार दर्द और बेचैनी होने पर।
- दर्द को कम करने वाला दवाओं और अन्य घरेलू उपचारों से आराम न मिलने पर।
- चोट या हड्डी संक्रमण रोग के कारण घुटने की कटोरी क्षतिग्रस्त हो जाने पर।
- चलने या सीढ़ियां चढ़ने के दौरान घुटनों में जकड़न और दर्द होने पर।
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद क्या खाना चाहिए क्या नहीं
नी रिप्लेसमेंट सर्जरी (घुटना प्रत्यारोपण) के बाद मरीज को अपने आहार में निम्न खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए:
क्या खाना चाहिए
- दही: घुटने की रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद आहार में दही शामिल करना सहायक है। इसमें जिंक और प्रोटीन होता है जो उपचार को बढ़ावा देते हैं। साथ ही दही में मौजूद प्रोबायोटिक्स स्वस्थ आंत में योगदान देते हैं।
- तरल पदार्थ: सर्जरी के बाद पाचन तंत्र को बनाए रखने के लिए साफ तरल पदार्थों का सेवन अधिक करना चाहिए। सर्जरी के बाद, ठोस आहार शुरू करने से पहले साफ तरल पदार्थों पर निर्भर रहना महत्वपूर्ण है। इसके लिए आप नारियल पानी, अंगूर का रस, क्रैनबेरी रस, सेब का रस इत्यादि का इस्तेमाल कर सकते हैं। यदि आपको किसी तरल पदार्थ से एलर्जी है, तो इसका सेवन करने से बचें।
- जामुन: जामुन एंटीऑक्सीडेंट से समृद्ध होते हैं और प्रतिरक्षा प्रणाली के कामकाज में सहायक होते हैं। जामुन सर्जरी के बाद संक्रमण से लड़ने में मदद करते हैं। बेहतर परिणाम के लिए इसे अपने आहार में शामिल करें।
- कम वसा वाला मांस और सी फूड: नी रिप्लेसमेंट सर्जरी के बाद उपचार को बढ़ावा देने के लिए लीन मीट और समुद्री भोजन बेहतर खाद्य पदार्थ हैं। ये शरीर में सूजन को कम करने और संक्रमण को रोकने में मदद करते हैं।
- गहरे रंग की पत्तेदार सब्जियां: गहरे रंग की पत्तेदार सब्जियां एंटीऑक्सीडेंट और फाइबर का एक बड़ा स्रोत हैं और अच्छे पाचन को बढ़ावा देती हैं। इसके अलावा, ये प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने में मदद करती हैं।
- प्रोटीन युक्त आहार: कुछ प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थ जैसे पनीर, बीन्स, अंडे, पोल्ट्री, मछली, इत्यादि। उन्हें अपने आहार में शामिल करने से हड्डियों और मांसपेशियों के पुनर्निर्माण में मदद मिलती है। साथ ही प्रतिरक्षा प्रणाली भी मजबूत होती है और संक्रमण से बचने में मदद मिलती है।
- विटामिन सी युक्त खाद्य पदार्थ: संतरे, कीवी आलू और अन्य खट्टे फलों जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थों का सेवन करें क्योंकि ये शरीर में कोलेजन बढ़ाने में सहायक होते हैं। यह सभी संयोजी ऊतकों के बीच लुब्रिकेंट के रूप में कार्य करता है और गतिशीलता को बढ़ावा देता है।
क्या नहीं खाना चाहिए
- शराब का सेवन करने से बचें।
- सर्जरी के बाद विटामिन K का सेवन करने से बचें। इन खाद्य पदार्थों में ब्रसल स्प्राउट, सोयाबीन, प्याज, गोभी, हरी सेम, पत्ता गोभी, फूलगोभी, जिगर, ब्रोकोली,
- मसूर की दाल और गरबेन्ज़ो बीन्स आदि।
- वसायुक्त या तले हुए भोजन का सेवन करने से बचें।
- अत्यधिक प्रसंस्कृत भोजन का सेवन करने से बचें।